जरा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है वो अनजान बहुत हैं !
रूप सारा है मेरा मिट्टी से
सब्ज़ा कहता है लूटे जाओ मुझे
दिल कुशादा है मेरा मिट्टी से
मैं सितारा नहीं हूँ सूरज हूँ
गहरा रिश्ता है मेरा मिट्टी से
मैं तो ख़ुद-रौ दरख़्त हूँ लेकिन
पेट भरता है मेरा मिट्टी से
मुतमइन हूँ कि फ़स्ल अच्छी है
सीना ठंडा है मेरा मिट्टी से
हर हवेली में दीप रौशन है
गाँव ज़िंदा है मेरा मिट्टी से
जो कहूँगा वो सच कहूँगा 'ख़लील'
क्यूँकि रिश्ता है मेरा मिट्टी से
रूप सारा है मेरा मिट्टी से
सब्ज़ा कहता है लूटे जाओ मुझे
दिल कुशादा है मेरा मिट्टी से
मैं सितारा नहीं हूँ सूरज हूँ
गहरा रिश्ता है मेरा मिट्टी से
मैं तो ख़ुद-रौ दरख़्त हूँ लेकिन
पेट भरता है मेरा मिट्टी से
मुतमइन हूँ कि फ़स्ल अच्छी है
सीना ठंडा है मेरा मिट्टी से
हर हवेली में दीप रौशन है
गाँव ज़िंदा है मेरा मिट्टी से
जो कहूँगा वो सच कहूँगा 'ख़लील'
क्यूँकि रिश्ता है मेरा मिट्टी से
म ल बे के नीचे 4 दिन रहने के बाद
मुस्कुराता हुआ एक चेहरा म ल बे
से बाहर निकलता है,
Aap Kya Kehte Hai
Niche Comment Kare
और पुरी दुनिया को ये पैगाम देता है
की जिन्दगी और मौत सिर्फ मेरे
अल्लाह के हाथ में है☝️💯
मौत आ ही नही सकती जब तक
मेरा रब मौत का हुक्म ना दे☝️💯
मुगल काल में मुहम्मद शाह (1719-1728) के शासनकाल में कोल के गवर्नर साबित खान ने 1724 में इसका निर्माण शुरू किया था। इसमें चार साल लगे और 1728 में मस्जिद बनकर तैयार हुई। मस्जिद में कुल 17 गुंबद हैं। मस्जिद के तीन द्वार हैं। इन दरवाजों पर दो गुंबद हैं। 17 गुंबद वाली यह जामा मस्जिद शहर के अपमार्केट एरिया में स्थित है, जहां एक साथ 5000 लोग नमाज अदा कर सकते हैं। महिलाओं के लिए यहां नमाज अदा करने की अलग व्यवस्था है। इसे शाहदरी (तीन दरवाजे) कहते हैं।
यह देश की संभवत: पहली ऐसी मस्जिद होगी, जहां शहीदों की कब्रें भी हैं। इसे गंज-ए-शहीदान (शहीदों की बस्ती) भी कहते हैं, तीन सदी पुरानी इस मस्जिद में कई पीढ़ियां नमाज अदा कर चुकी हैं। अनुमान है कि इस समय आठवीं पीढ़ी मस्जिद में नमाज पढ़ रही है।
290 साल पहले बनी इस जामा मस्जिद में आठवीं पीढ़ी नमाज पढ़ रही है। इसके गुंबदों में कई क्विंटल सोना लगाया गया है। यहां इस्तेमाल किए गए सोने की कुल मात्रा का अंदाजा किसी को नहीं है। [1] इस जामा मस्जिद की खास बात यह भी है कि जामा मस्जिद में 1857-गदर के 73 शहीदों की कब्रें हैं। भारतीय पुरातत्व विभाग ने भी कई साल पहले इस पर एक सर्वे किया था, यह अलीगढ़ की सबसे पुरानी और भव्य मस्जिदों में से एक है। इसे बनाने में 14 साल लगे थे। मस्जिद बलाई किले के शीर्ष पर स्थित है और यह स्थान शहर का सबसे ऊंचा स्थान है। इसकी स्थिति के कारण, इसे शहर के सभी स्थानों से देखा जा सकता है।
मस्जिद के अंदर छह स्थान हैं जहां लोग नमाज अदा कर सकते हैं। मस्जिद नवीनीकरण के कई चरणों से गुजरी और कई वास्तुशिल्प प्रभावों को दर्शाती है। सफेद गुंबददार संरचना और खूबसूरती से बने स्तंभ मुस्लिम कला और संस्कृति की विशेष विशेषताएं हैं।
R ASHWIN 12.0 3 37 5 3.08
R JADEJA 12.0 3 34 2 2.83
R B 4s 6s S/R R SHARMA 120 212 15 2 56.60
सैम क्यूरन दुनिया के शीर्ष पर हैं।
वह इंडियन प्रीमियर लीग
(आईपीएल) के इतिहास में
अब तक के सबसे महंगे
खिलाड़ी बन गए क्योंकि
पंजाब किंग्स ने शुक्रवार को
मिनी-नीलामी में उन्हें
18.50 करोड़ रुपये में खरीदा
Dreme 11 Captain Jarur Bana Na
Super Herose My Favorite Player
ये सिर्फ अपना ही देश का नहीं
ये कहानी हर देश का है
कोई मोहब्बत से धोखा खाते हैं
कोई दुश्मन से धोखा खाते हैं
कोई दोस्त से धोखा कगते है
कोई अपना होकार भी पीछे हट जाते है
Puda Padoge To aankhe nam ho jayegi अपने बॉयफ्रेंड से पूछती है - "अच्छा, अगर मेरी किसी और से शादी हो जाए, तो तुम क्या करोगे?&q...